इतने सारे गुण हैं इसमें, फिर भी रहती मौन।। इतने सारे गुण हैं इसमें, फिर भी रहती मौन।।
प्यारे हैं बस सारे सारे प्यारे हैं बस सारे सारे
विरोधियों को चारों खाने चित्त पा रहे हैं। विरोधियों को चारों खाने चित्त पा रहे हैं।
नागाड़े की आवाज और मांदर की थाप पर नृत्य करते पुरूष एवं महिलाएं आज भी मुझे य... नागाड़े की आवाज और मांदर की थाप पर नृत्य करते पुरूष एवं महिलाए...
संकोच के सारे बंधन तोड़े प्रेम कड़ी से सबको जोड़े तिरंगे की बने रंगोली आओ खेलें होली संकोच के सारे बंधन तोड़े प्रेम कड़ी से सबको जोड़े तिरंगे की बने रंगोली ...
जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में। जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में।